POETRY IN HINDI :- कविताओं का संकलन। Guest post :- (जिधर देखता हूं,उधर तू ही तू है - हिंदी कविता / Jidhar dekhta hun udhar tu hi tu hai - ...
POETRY IN HINDI :- कविताओं का संकलन।
Guest post :-
(जिधर देखता हूं,उधर तू ही तू है - हिंदी कविता / Jidhar dekhta hun udhar tu hi tu hai - Hindi poem)
ईश्वर के महिमा की कोई सीमा नहीं है,वह अनन्त और निराकार है वह कण कण हर क्षण क्षण वासी है। ईश्वर किसी मंदिर मस्जिद में नहीं वह सर्वव्यापी है, मंदिर और मस्जिद में केवल विश्वास बसता है।
आइए इस कविता से ईश्वर के महिमा को समझते हैं :-
अम्बेडकरनगर ,उत्तरप्रदेश से रचनाकार -रामबृक्ष बहादुरपुरी की कविता:-
जिधर देखता हूं,उधर तू ही तू है।
धरा चाहे घूमूं
गगन चाहे छू लूं
पवन बनकर चारो
दिशाओं में ढूढूं
कण कण में जलवा,तेरा हू -बहू है
जिधर देखता हूं,उधर तू ही तू है।
इधर चाहे ढूढ़ूं
उधर चाहे ढूढ़ूं
मैं अनजान राही
सा भटका हुआ हूं
करुं बंद आंखें,तो दिखता ही तू है,
जिधर देखता हूं,उधर तू ही तू है।
धरा नभ दिशाएं
दिवस सब निशाएं
छटी चांदनी की
फैली सीमाएं
जहां तुमको देखूं, वहां तू ही तू है,
जिधर देखता हूं,उधर तू ही तू है,
रगो रग में देखा
कि सांसों में देखा
समझना था मुस्किल
कहां जो ना देखा
तन मन के अंदर, धड़कता ही तू है ,
जिधर देखता हूं,उधर तू ही तू है।
झरनो की झर-झर
नदियों की कल-कल
हवाएं सदा जो
बहती हैं सर-सर
सृष्टि का आधार,हर वरदान तू है,
जिधर देखता हूं,उधर तू ही तू है।
मंदिर में ढूंढ़ा
मस्जिद में ढूंढ़ा
जगह है कौन वह
जहां मैं न ढूढ़ा
दिखा अंत में कि,बसा मुझमें तू है,
जिधर देखता हूं,उधर तू ही तू है।
~~~~~~~
रचनाकार -
रामबृक्ष बहादुरपुरी
(अम्बेडकरनगर ,यू पी )
मो. न.- 9721244478
कैसी लगी आपको यह कविता ? जरूर बताएं। यदि पसंद आए या कोई सुझाव हो तो कमेंट में लिखे। आपके सुझाव का हार्दिक स्वागत है।
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रचनाकार का नाम - रामबृक्ष बहादुरपुरी (कवि एवं मंच संचालक)
पिता का नाम - पतिराम (कृषक)
माता का नाम - अमृता देवी (गृहणी)
स्थाई पता- ग्राम-बलुआ बहादुरपुर,पोस्ट-रुकुनुद्दीनपुर,
तहसील-जलालपुर,जनपद-अम्बेडकरनगर, उत्तर प्रदेश
जन्म तिथि-20/07/1979. (बीस जुलाई उन्नीस सौ उन्यासी )
शिक्षा- एम.ए. , बी.एड , पी.जी.डी.सी.ए. (अवध विश्वविद्यालय अयोध्या)
व्यवसाय- अध्यापक (प्राथमिक विद्यालय, गोण्डा, उत्तर प्रदेश)
1-प्रकाशित पुस्तकें - 1-मधुरिमा(काव्य संग्रह)
2-दो पल जीवन के (काव्य संग्रह)
3-कलम की गूंज (काव्यसंग्रह)
4-जीवन के इन्द्रधनुष ( काव्यसंग्रह)
5-माधुरी मुस्कान ( काव्यसंग्रह)
2-दो दर्जन से अधिक प्रकाशित साझा काव्य संग्रह पुस्तक व कई पत्रिकाओं में कविताएं प्रकाशित हो चुकी है।
3-भारत माता अभिनंदन संगठन जिला अम्बेडकरनगर इकाई साहित्यिक मंच का अध्यक्ष।
4-हाल ही में, अंतरराष्ट्रीय कबीर कोहिनूर अवार्ड २०२३ (दिल्ली में सम्मानित) से सम्मानित किए गए।
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