Poetry in Hindi - कविताओं का संकलन। छोटी सी दुनिया - उम्मीदों की (हिंदी कविता)/ chhoti si duniya - ummidon ki ( Hindi poem) - कई बार हम जान...
Poetry in Hindi - कविताओं का संकलन।
छोटी सी दुनिया - उम्मीदों की (हिंदी कविता)/ chhoti si duniya - ummidon ki ( Hindi poem)
- कई बार हम जाने अंजाने खुदके लिए एक अलग दुनिया बना लेते हैं।जो छोटी ही सही लेकिन खुदके लिए वही पूरी दुनिया होती है।लेकिन,यदि उसकी नींव खोखली और स्वार्थ से बनी हो ,उसमें एक दूसरे के लिए सम्मान न हो तो क्या होगा?
ये कविता कुछ ऐसी ही भावनाओं को समेटे हुए प्रस्तुत है।आशा है,आप सभी इसे कहीं न कहीं,किसी मोड़ पर खुद से संबंध स्थापित कर पाएंगे।
छोटी सी दुनिया - उम्मीदों की
ख्वाहिश थी दामन में
खुशियां बटोरने की
आंसुओं की लड़ियों में भी
मोती तलाशने की
क्या शिकवा करूं मैं किसी से..
हंसी बेशक न दे पाते आप,
घावों को कुरेदने के बदले
लेकिन,
हाथ थाम कर
चंद अपनेपन के लफ्जों से
आसमां न सही,
ख्वाबी चांद तारों के गलियों की
सैर ही करा देते।
बड़ा नाज था मुझ को
खुद से ज्यादा,आप पर।
मुझे फ़क्र होता जिस पर,
फ़कत ऐसी
एक छोटी - सी दुनिया..
काश,
आप मेरे
नाम कर जाते।।
- तारा कुमारी
( कैसी लगी आपको यह कविता?जरूर बताएं। यदि पसंद आए या कोई सुझाव हो तो कमेंट में लिखे। आपके सुझाव का हार्दिक स्वागत है।)
COMMENTS