Poetry in hindi (कविताओं का संकलन) Guest post :- ब्लैक होल - हिंदी कविता / Black hole -Hindi poem(poetry in hindi) अयोध्या(उत्तर-प्रदेश) से ...
Poetry in hindi (कविताओं का संकलन)
Guest post :-
ब्लैक होल - हिंदी कविता / Black hole -Hindi poem(poetry in hindi)
अयोध्या(उत्तर-प्रदेश) से गरिमा सिंह की कविता।
ब्लैक होल
सब कुछ समझ नहीं आता
हर पल कुछ फिसलता है
वक़्त के आगोश मे,
कोई शोर मन को परेशान
करता है, कुछ बनता है,
कुछ रोज मिटता है,
टूटता है, जुड़ता है
रौंद कर निकल जाता है
आगे, जहाँ मैं नहीं रहती,
तुम भी नहीं होते,
वो जगह भी
खुद को नहीं रख पाती
सही जगह,
सब कुछ पकड़ मे
कहां आता है,
कुछ रोज छूट जाता है,
कुछ छोड़ा जाता है,
यही खालीपन भरने के
लिए सब भाग रहे, और भागते
रहेंगे, क्यूंकि यह" ब्लैक होल "
ही है, जहाँ से कुछ भी वापस
नहीं आता, प्रकाश भी नहीं,
फिर चाहे वह विचारों का हो
या, विज्ञान का।
(स्वरचित)
:- गरिमा सिंह
अयोध्या,उत्तर - प्रदेश।
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बेहतरीन रचना, भाव पूर्ण शब्द संयोजन 👍👍👍👍👍👍👌👌
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