Poetry in Hindi - कविताओं का संकलन नारी,अब तेरी बारी है।(हिंदी कविता)/Naari ab teri baari hai.( Hindi poem) नारी,अब तेरी बारी है| ...
Poetry in Hindi - कविताओं का संकलन
नारी,अब तेरी बारी है।(हिंदी कविता)/Naari ab teri baari hai.( Hindi poem)
नारी,अब तेरी बारी है|
कोरोना से जंग जारी है
नारी,अब तेरी बारी है|
ना मायूस होना, हारेगा ये कोरोना
इतिहास गवाह है -
जब जब आई है बला देश में
मोर्चा संभाला है सबला ने
कभी लक्ष्मीबाई ,कभी रजिया सुल्तान ने ।।
कोरोना से जंग जारी है
नारी, अब तेरी बारी है।
खत्म होगा यह जहर
दूर होगा कोरोना का कहर
आबाद होंगे गांव गली शहर
ना हिम्मत हारना तू
यह काला वक्त भी बीत जाएगा ।।
कोरोना से जंग जारी है
नारी, अब तेरी बारी है ।
आदमी गर ना समझे,
लॉकडाउन का मतलब
गली मोहल्लों में भीड़ ,जो दिखे
तेरा तेज देखे दुनिया यह सारी है।।
कोरोना से जंग जारी है
नारी,अब तेरी बारी है।
नमन उन बहनों को जो
लेकर लठ निकल पड़ी घर से बाहर
समझाने उन हठी पुरुषों को
है समता- जागरूकता अब आयी है।।
कोरोना से जंग जारी है
नारी,अब तेरी बारी है।।
(स्वरचित)
:-तारा कुमारी
(यह कविता उन ग्रामीण बहनों को समर्पित है जो लॉकडाउन को सफल बनाने की कोशिश में अपने आस-पास के क्षेत्रों में अपना योगदान दे रही हैं।)
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1)नि: शब्द
Nari ,ab teri bari hai.
Corona se jung jari hai
Nari,ab teri bari hai.
Na mayus hona,harega ye corona
Itihaas gawah hai -
Jab jab aayi hai bala desh me
Morcha sambhala hai sabala ne
Kabhi Lakshhmibai,kabhi Razia sultan ne.
Corona se jung jari hai
Nari,ab teri bari hai.
Khatam hoga ye jahar
Dur hoga Corona ka kahar
Abad honge,ganv gali shahar
Na himmat harna tu
Ye kaala waqt bhi bit jayega.
Corona se jung jari hai
Nari,ab teri bari hai.
Admi gar na samjhe
Lockdown ka matlab
Gali -muhalla me bhid jo dikhe
Tera tej dekhe duniya ye saari hai.
Corona se jung jari hai
Nari,ab teri bari hai.
Naman un bahno ko jo
Lekar lath nikal padi ghar se bahar
Samjhane un hathi purushon ko
Hai samta - jagarukta ab aayi hai.
Corona se jung jari hai
Nari,ab teri bari hai.
:- Written by Tara kumari.
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